डिजिटल डेस्क : आईएएस और आईपीएस ऐसी सरकारी नौकरी जिसे पाने का सपना हर एक नवजवान देखता। देश में हर साल लाखों प्रतिभागी इस नौकरी को पाने का सपना देख परीक्षा देते हैं,
लेकिन कुछ ही इसमें सफल हो पाते हैं। आज हम आपको ऐसी ही पांच ऐसी ईमानदार अफसरों से मिलाने वाले जो की न केवल अपने दिमाग और एटीएम बल का परिचय देके इस कठिन परीक्षा को सफलता पूर्वक पार कर लिया, बल्कि देखने में भी काफी खूबसूरत है।
यह 2014 बैच के आईएएस अधिकारी है जिन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से 2011 में मास्टर ऑफ इकोनॉमिक्स पूरा किया और किरोड़ी बैड कॉलेज से स्नातक किया है। 2013 में इन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की ओर 77 वें स्थान पर आई।
आईएएस ऑफिसर बनने से पहले रिजू ने कैंब्रिज इकोनामिक पॉलिसी एसोसिएट के साथ भी काम किया है। अभी पिछले साल ही उन्होंने अपने बैचमेट अभी प्रसाद से शादी की जो कि वह भी एक आईएएस अधिकारी है।
मेरिन का जन्म दिल्ली में हुआ है जो केरल कैडर के सबसे कम उम्र की IPS अधिकारी है। जिन्होंने पहले प्रयास में ही 25 साल की उम्र में 2012 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी।
मेरीन ने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक और मास्टर की डिग्री पूरी की है। उनके पिता कृषि मंत्रालय में वरिष्ठ सलाहकार है और उनकी मां अर्थशास्त्र की प्रोफ़सर है।
Y20 शिखर सम्मेलन के लिए मैरिन को भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था, जो G20 देशों के युवाओं के लिए एक आधिकारिक कार्यक्रम है। 2015 में उन्होंने कोट्टियम मनोचिकित्सक क्रिश अब्राहम से शादी रचाई है।
IPS नवजोत सिमी (IPS Navjot Simi)
सिमी नवजोत बिहार कैडर की साल 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। सिमी पंजाब के गुरदासपुर की रहने वाली हैं। उनका जन्म दिसंबर 1987 में हुआ था। सिमी अपनी कार्यशैली और लुक्स की वजह से सोशल मीडिया में चर्चा का विषय रहती हैं।
कंचन चौधरी भट्टाचार्य (Kanchan Chaudhary Bhattacharya)
कंचन चौधरी भट्टाचार्य हिमाचल प्रदेश की रहने वाली है जो 1973 और 2007 के बीच की आईपीएस अधिकारी थी। कंचन DGP बनने वाली वह पहली आईपीएस अधिकारी थी।
इनकी स्नातकोत्ततर की पढ़ाई नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ के कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में हुई है। कंचन चौधरी भट्टाचार्यय को उत्कृष्टट उपलब्धि के राष्ट्रपति पदक और राजीव गांधी पुरस्काकार भी मिला है।
हाल ही में हरिद्वार का 2014 का आम चुनाव जीतने के बाद कंचन आप में शामिल हूई है।
मीरा बोरवणकर (Meera Borwankar)
पंजाब से ताल्लुक रखने वाली मीरा 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी है। जिनके पिता बीएसएफ में थे। वह पंजाब के फाजिका के महाराष्ट्र कैडर में पहली महिला अध्यक्ष आईपीएस अधिकारी है।
जिन्हें लोग “लेडी सुपरकॉप” के नाम से भी जानते हैं। मीरा ने जालंधर से अपना स्नातक पूरा किया है।
दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन के गि’रोह के सदस्य को गिर’फ्तार करवाने में इनकी भी अहम भूमिका थी। 1994 में जलगांव में उन्होंने एक से’क्स स्कैं डल को भी गिरफ्तार किया था। बॉलीवुड मूवी “मर्दानी” भी इन्ही के जीवन पर आधारित फिल्म हैं।
स्मिता सभरवाल (Smita Sabharwal)
दर्द पश्चिम बंगाल दार्जिलिंग के रहने वाले स्मिता सभरवाल का जन्म 1977 में हुआ था। वह 2001 बैच के आईएएस अधिकारी है जिनके स्नातक की डिग्री सेंट फ्रांसिस डिग्री कॉलेज हैदराबाद से वाणिज्य से उड़ी हुई है। इन्हें आधिकारिक लोगों के रूप में भी जाना जाता है।
जिस यह एक ऐसी उपाधि है जिसे उपाधि को प्राप्त करने के लिए एक महिला होने के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री के कार्यालय में नियुक्त होने वाली वह पहली आधिकारिक आईएस महिला है। उनके पति डॉ अकुन सभरवाल भी एक आईपीएस अधिकारी है।