Uttarakhand News Bulletin-12 : बागेश्वर में 31 सड़कें बंद, लोग परेशान, जानिए बागेश्वर की ऐसी ही तमाम छोटी बड़ी खबरें…
बागेश्वर। काफलीगैर तहसील के रीठागाड़ फिडर से विद्युत आपूर्ति भंग होने पर ग्रामीणों ने कड़ी आपत्ति जताई है। 15 घंटे बाद भी आपूर्ति बहाल नहीं होने पर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया। नाराज उपभोक्ताओं ने तहसील में आकर प्रदर्शन किया।
चेतावनी दी कि यदि जल्द आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो जिला मुख्यालय में जाकर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में अशोक बिष्ट, हरीश रावत, हेमंत, किशन सिंह, ललित जोशी, कमल मिश्रा नवीन, एमडी मिश्रा व हेमचंद्र मिश्रा ने जल्द आपूर्ति सुचारू नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
इधर ऊर्जा निगम के ईई मो. अफजाल ने बताया कि क्षेत्र के जेई को भेजकर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
मनरेगा कार्य का भुगतान नहीं होने पर गुस्सा
बागेश्वर। मनरेगा कार्य का भुगतान समय पर नहीं होने तथा इस सिस्टम को बायोमैट्रिक से जोड़ने पर वीरांगना महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। नाराज महिलाओं ने ब्लॉक परिसर में प्रदर्शन किया।
यहां हुई सभा में सरकार तथा पूरे सिस्टम पर उपेक्षा का आरोप लगाया। बीडीओ को ज्ञापन सौंपकर जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की है। संगठन से जुड़ी महिलाएं गुरुवार को ब्लॉक कार्यालय पहुंचीं। यहां जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया।
यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मनरेगा कार्य का कुशल मिस्त्री व सामग्री का भुगतान पिछले दो साल से नहीं हो पाया है। जिस कारण भविष्य में होने वाले कार्य में बाधा आ रही है। लोग काम करने से पीछे हटने लगे हैं। रोजगार का संकट गहराने लगा है।
इसके अलावा नया बायोमैट्रिक सिस्टम से भी मनरेगा कार्य प्रभावित हो रहा है। मनरेगा कार्य पूरा होने पर तुरंत एमबी होनी चाहिए। इसके बाद अपनी समस्याओं का एक ज्ञापन बीडीओ सौंपा। इस मौके पर ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष हेमा पंत, मीना देवी, आशा देवी, शीला, कविता, लीला, पुष्पा, मंजू आदि शामिल रहे।
बागेश्वर में 31 सड़कें बंद, लोग परेशान
बागेश्वर। जिले में भारी बारिश के बाद बंद सड़कें लोगों के परेशानी का सबब बने हुए हैं। 31 में से दो राज्य तथा 29 आंतरिक सड़कें हैं। दस सड़कें एक सप्ताह से बंद हैं। इन सड़कों पर आवाजाही सुचारू करना प्रशासन के लिए भी चुनौती साबित हो रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गईं हैं।