बहराइच : उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अस्पताल परिसर में युवक का शव बारिश में भीगते दिखाई देने पर सख्ती दिखाई है. रविवार को बहराइच के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने खुले आसमान के नीचे स्ट्रेचर पर बारिश में भीगते युवक के शव और अस्पताल में जानवरों की मौजूदगी का वीडियो सामने आने के बाद उन्होंने संज्ञान लिया. इस पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से जवाब तलब किया गया है.
बहराइच के महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध महर्षि बालार्क जिला चिकित्सालय का रविवार सुबह एक वीडियो सामने आया था. इसमें चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के बाहर मूसलाधार बारिश में भीगता हुआ खुले आसमान के नीचे युवक का शव दिख रहा था. शव के आसपास जानवर भी घूमते दिखाई दिए.
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा व स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं मातृ और शिशु कल्याण महकमा संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए रविवार को ट्वीट किया.
उन्होंने लिखा— ‘महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज, बहराइच में बारिश में शव के भीगने व आस पास जानवरों के घूमने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लेते हुए मैंने प्रधानाचार्य को उक्त प्रकरण के संबंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने तथा जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए चार दिवस के अंदर रिपोर्ट प्रेषित करने के आदेश दिये हैं.’
प्राचार्य ने 4 मई की बताई तस्वीर
वहीं इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर ए. के. साहनी ने बताया कि ‘आरंभिक जांच में वायरल तस्वीर चार मई की रात की लग रही है. उस रात अचानक तेज बारिश शुरू हो गई थी और उसी समय एक युवक का शव कुछ पुलिसकर्मी शव गृह में भेजने हेतु इमरजेंसी वार्ड के बाहर स्ट्रेचर पर छोड़ गये थे.’
अनदेखी पर तय होगी जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन और इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक तथा समस्त स्वास्थ्य कर्मियों एवं सुरक्षा गार्ड से स्पष्टीकरण तलब किया गया है कि यदि शव की अनदेखी हुई है तो किन हालातों में हुई. साहनी ने कहा कि जांच में यदि कोई चिकित्साकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.