कानपुर हिंसा में आरोपी बिल्डर हाजी वसी गिरफ्तार, पुलिस ने लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट के पास से दबोचा

कानपुर (आरएनएस)। शहर में तीन जून को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को गिरफ्तार करने बाद पुलिस ने उसके सहयोगियों पर शिकंजा कसा और पुलिस को बड़ी सफलता मिली। बवाल के आरोपी बिल्डर हाजी वसी की तलाश में लगी सर्विलांस टीम ने मंगलवार सुबह लखनऊ एयरपोर्ट के पास से पकड़ा।

पूछताछ में सामने आया कि वो दिल्ली के मरकज में छिपा हुआ था। अगल-अलग ठिकाने बदलता रहा। बिल्डर हाजी नई सडक़ हिंसा का आरोपी है। पुलिस का दावा है कि हाजी वसी हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को फंडिंग करता था। दो दिन पहले ही पुलिस ने उसके बेटे को भी हिंसा भडक़ाने और फंडिंग के मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजा है।

नई सडक़ पर तीन जून को जुमे की नमाज के बाद भारी बवाल हुआ था। बवाल की जांच कर रही टीम ने 40 लोगों को चिह्नित कर उनके चौराहों पर पोस्टर चस्पा कराए थे। पुलिस ने मामले में 55 लोगों को नामजद और एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। जिसमें अब तक 60 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं।

मुख्य रूप से हयात जफर हाशमी, बाबा बिरयानी का मालिक मुख्तार बाबा आदि भी शामिल है। हयात समेत आठ मुख्य आरोपियों को पिछले महीने ही अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया था।

जानकारी के मुताबिक अब जेल प्रशासन ने मुख्तार बाबा के अलावा तीन अन्य आरोपी जो हिंसा में शामिल थे इनको दूसरी जेलों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की है। शासन को पत्र भेजकर अनुमति मांगी है। आरोपी एक साथ मिलकर किसी तरह की साजिश न रच सकें इसलिए जेल बदली जा रही हैं।

खादी,खाकी और अपराधियों का सिंडीकेट

हाजी वसी ने जमीनों पर कब्जे का खेल अकेले नहीं कर लिया। उसके पीछे कई राजनैतिक लोग, पुलिस महकमा, केडीए के अफसर और अपराधियों का एक बड़ा सिंडीकेट है। अपराधियों के पास विवदित जमीनों को खाली कराने का ठेका, विरोध करने वाले के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई और केडीए में साठगांठ करके हाजी वसी एक के बाद एक अवैध इमारतें खड़ी करता चला गया। अब इसकी जांच चल रही है।

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