मंडल कारा सुपरिटेंडेंट के सरकारी आवास और कार्यालय करीब 9 लाख रुपये नगद,दर्जनों पासबुक, जमीन का डीड,सोना बरामद

सहरसा,06 मई (हि.स.)। स्थानीय मंडल कारा के सुपरिटेंडेंट सुरेश चौधरी के सरकारी आवास और कार्यालय पर एकाएक पटना से पहुंची स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने छापामारी किया। उनके साथ स्थानीय महिला थाना अध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री एवं सदर थाना में पदस्थापित एसआई श्वेतकमल के अलावे पुलिस बल भी मौजूद थी।विजिलेंस की टीम सबसे पहले उनके सरकारी आवास पहुंच कर घेर लिया। जिसके बाद सोए हुए सुपरिटेंडेंट को जगाया गया। जिसके बाद उनके घर की तलाशी लेने की प्रकिया शुरू हुई।लगभग 3 घंटे तक उनके सरकारी आवास के कोने-कोने की तलाशी ली गई। जिसके बाद विजिलेंस की टीम उन्हें लेकर मंडल कारा स्थित उनके सरकारी कार्यालय पहुंची। जहां भी लगभग 3 घंटे तक उनके सरकारी कार्यालय के एक-एक कोना की छानबीन की गई। उनके चेम्बर में मौजूद नोटों को निकाला गया। जिसकी गिनती की गई। जिसके बाद पुनः उनके साथ लेकर टीम उनके सरकारी आवास पर पहुंची। जहां दिन के 2:30 बजे तक उनके सरकारी आवास पर मिले सामानों की जब्ती सूची बनाई गई। इस दौरान सदर थाना की मदद से स्थानीय स्वर्णकार पिंटू ठाकुर को भी बुलवाया गया। वे उनके आवास से बरामद जेवरात की तौल कर उसकी कीमत को अंकित करते हुए जब्ती सूची बनाए। साथ ही उनके आवास पर मिले बैंक की पासबुक और जमीन के डीड की भी सूची बनाई गई। जिस पर भी उपस्थित सदर थाना के पदाधिकारी , महिला थाना अध्यक्ष और मौजूद अन्य कर्मियों के हस्ताक्षर बनाए गए। साथ ही जेल सुपरिटेंडेंट के भी हस्ताक्षर लिए गए। जिसके बाद निगरानी की टीम वापस पटना के लिए निकल गई।इस दौरान मंडल कारा परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।

जेल सुपरिटेंडेंट के साथ जेलर मृत्युंजय कुमार और सहायक जेलर पंकज कुमार भी लगातार मंडल कारा पहुंचते रहे। लेकिन निगरानी की टीम ने उन दोनों पदाधिकारियों से कोई पूछताछ नहीं किया और न ही उनलोगों से कोई जवाब-तलब लिया।पटना से पहुंचे स्पेशल विजिलेंस टीम का नेतृत्व डीएसपी बिपिन बिहारी कर रहे थे। वही विजिलेंस के डीएसपी अबू जफर इमाम एवं इंस्पेक्टर राजेश रंजन और रंजीत कुमार के साथ विजिलेंस की पुलिस बल मौजूद थी।

छापामारी में शामिल पदाधिकारियों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति को लेकर गुरुवार को पटना स्थित स्पेशल विजिलेंस यूनिट में स्थानीय मंडल कारा के सुपरिटेंडेंट सुरेश चौधरी पर एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद निगरानी की टीम सहरसा पहुंची और उनके आवास सरकारी आवास और सरकारी कार्यालय पर छापामारी की गई।

उन्होंने बताया कि छापामारी में उनके मंडल कारा स्थित सरकारी कार्यालय के लॉकर से 8 लाख 98 हजार नकद रुपए बरामद हुए। वहीं उनके सरकारी आवास से एक दर्जन जमीन के डीड मिले हैं। जिनमें पटना और मुजफ्फरपुर के जमीन के डीड है। साथ ही 2 दर्जन से अधिक बैंक के पासबुक के अलावे 32.220 ग्राम सोने के जेवरात भी मिले हैं। जिनमें 1 सोने की चेन , 5 सोने की अंगूठी और 1 सोने की लॉकेट है। जिनका कुल अनुमानित मूल्य 1 लाख 12 हजार 770 रुपए आंकी गई है।वही पूरी प्रक्रिया खत्म होने के बाद विजिलेंस की टीम उन्हें सहरसा में छोड़कर वापस लौट गई।ज्ञात हो कि विजिलेंस की टीम द्वारा आय से अधिक संपत्ति मामले में छापामारी के बाद आरोपी को गिरफ्तार नहीं करती है। ऐसे में उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। साथ उनके घर से बरामद जेवरात की जब्ती सूची बनाकर जेबरात भी उन्हें सुपुर्द कर दिया है। लेकिन छापामारी में बरामद बैंक के पासबुक , जमीन के कागजात और नकद रुपए को विजिलेंस की टीम अपने साथ जब्त कर ले गई है।वही मंडल कारा सुपरिटेंडेंट इसी माह 30 मई को सेवानिवृत्त होने वाले थे। ऐसे में उनके कार्यालय और आवास पर हुई विजिलेंस की छापामारी से उन्हें अब आगे कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। वे भी अपने सेवा निवृत्ति से चंद्र दिन पूर्व हुए छापामारी को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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