कोरोना वायरस महामारी से ही लोग फ्री राशन योजना का फायदा ले रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारें लोगों की मदद को आगे रही हैं, जिनका मकसद गरीबों को पेट भरने के लिए अनाज देना है। सरकार अभी भी कई राज्यों में फ्री राशन दे रही है, जिसे लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। अगर आप अपात्र हैं और राशन का लाभ ले रही हैं तो फिर अब आपकी आफत आने वाली हैं। सरकार की ओर से अपात्र
राशन कार्डधारकों के लिए कुछ नए नियम बनाए गए हैं। अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो सरकार कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है।
सरकार को झांसा देकर अपात्र फ्री राशन लेकर पात्र लोगों का हक मार रहे हैं। ऐसे लोगों से निपटने के लिए सरकार ने अब कुछ नए नियम बना दिए हैं। अब अपात्र राशन कार्डधारकों को सरेंडर करना होगा, जिससे कार्रवाई से बच सके। सरकार ने गरीब परिवारों को मुफ्त राशन देने के लिए फ्री राशन योजना की शुरुआत की थी, इसे अब सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
सरकार अपात्रों की कर रही जांच
ऐसे अपात्रों की पहचान के लिए उत्तराखंड सरकार जांच करवा रही है। अधिकारियों के माध्यम से अपात्र लोगों से तुरंत राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए कहा जा रहा है, और इसकी आखिरी तारीख में बढ़ोतरी कर दी है। अगर कोई अपात्र व्यक्ति राशन कार्ड सरेंडर नहीं करता है तो जांच के बाद उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जानिए नए नियम
अगर अप भी राशन के नियम को नहीं जानते हैं तो जान लीजिए कि अगर किसी के पास 100 वर्ग मीटर से अधिक का प्लाट, फ्लैट या मकान, चार पहिया गाड़ी या ट्रैक्टर, के अलावा गांव में दो लाख और शहर में तीन लाख से अधिक सालाना की पारिवारिक आय है तो ऐसे लोगों को अपना राशन कार्ड अपने तहसील या डीएसओ कार्यालय में सरेंडर करना होगा। अगर कोई अपात्र ऐसा नहीं करता है तो उस पर सर्कार सख्त एक्शन ले सकती है।
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने लोगों से अपील की गई है कि अपात्र लोग राशन कार्ड को सरेंडर कर दें। इसके साथ ही पात्रों के लिए नया कार्ड भी बनाया जाएगा।